एक खूबसूरत कहानी

एक बार की बात है । एक महान व्यक्ति एक महान देश में रहता था । प्रातः काल नदी में स्नान के बाद वह सूर्य नमस्कार कर रहे थे ।

 तभी उन्होंने देखा कि एक बिच्छू पानी में डूब रहा है। उसने उस बिच्छू को अपने हाथ में उठाया ताकि उसे किनारे पर रख दे और वह डूबने से बच जाए । पर जैसे ही उस व्यक्ति ने बिच्छू को हाथ में उठाया, बिच्छू ने उसके हाथ में डंक मार दिया और फिर से बिच्छू उसी पानी में गिर गया और डूबने लगा । 

उस महान व्यक्ति ने फिर से उस बिच्छू को उठाया और बिच्छू ने फिर से उसे डंक मारा और बिच्छू दोबारा पानी में गिर गया और डूबने लगा । इस तरह से कई बार प्रयास करने के बाद अंततः उस महान व्यक्ति ने उस बिच्छू को किनारे पर रख दिया। 

एक दूसरा व्यक्ति दूर से यह नजारा देख रहा था । वह उस महान व्यक्ति के पास गया और उसने पूछा - 
         "साधु बाबा, आपने ऐसा क्यों किया ? वह बिच्छू आपको बार-बार डंक मारने का प्रयास कर रहा था और आप उसे ही बचाने का प्रयास कर रहे थे।"

उस महान व्यक्ति ने बहुत अच्छा सा जवाब दिया -
         " एक बिच्छू का स्वभाव होता है डंक मारना । उसी स्वभाव के अनुसार वह मुझे डंक मार रहा था और एक साधु का स्वभाव होता है दूसरों का भला करना जो कि मैं कर रहा था । एक साधारण सा बिच्छू जब अपना स्वभाव नहीं बदल सकता तो मैं कैसे अपना स्वभाव बदल दूं।"

क्या आप जानते हैं कि यह महान व्यक्ति कौन थे ???

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